महाभारतम् — 1.160.4
Original
Segmented
गन्धर्व उवाच हन्त ते कथयिष्यामि कथाम् एताम् मनोरमाम् यथावद् अखिलाम् पार्थ धर्म्याम् धर्म-भृताम् वर
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
गन्धर्व | गन्धर्व | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
हन्त | हन्त | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
कथयिष्यामि | कथय् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
कथाम् | कथा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
एताम् | एतद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
मनोरमाम् | मनोरम | pos=a,g=f,c=2,n=s |
यथावद् | यथावत् | pos=i |
अखिलाम् | अखिल | pos=a,g=f,c=2,n=s |
पार्थ | पार्थ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
धर्म्याम् | धर्म्य | pos=a,g=f,c=2,n=s |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
भृताम् | भृत् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
वर | वर | pos=a,g=m,c=8,n=s |