Original

अर्थर्क्षपुत्रः कौन्तेय कुरूणामृषभो बली ।सूर्यमाराधयामास नृपः संवरणः सदा ॥ १२ ॥

Segmented

अर्थ-ऋक्ष-पुत्रः कौन्तेय कुरूणाम् ऋषभो बली सूर्यम् आराधयामास नृपः संवरणः सदा

Analysis

Word Lemma Parse
अर्थ अर्थ pos=n,comp=y
ऋक्ष ऋक्ष pos=n,comp=y
पुत्रः पुत्र pos=n,g=m,c=1,n=s
कौन्तेय कौन्तेय pos=n,g=m,c=8,n=s
कुरूणाम् कुरु pos=n,g=m,c=6,n=p
ऋषभो ऋषभ pos=n,g=m,c=1,n=s
बली बलिन् pos=a,g=m,c=1,n=s
सूर्यम् सूर्य pos=n,g=m,c=2,n=s
आराधयामास आराधय् pos=v,p=3,n=s,l=lit
नृपः नृप pos=n,g=m,c=1,n=s
संवरणः संवरण pos=n,g=m,c=1,n=s
सदा सदा pos=i