महाभारतम् — 1.152.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच तेन शब्देन वित्रस्तो जनः तस्य अथ रक्षसः निष्पपात गृहाद् राजन् सह एव परिचारिभिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तेन | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
शब्देन | शब्द | pos=n,g=m,c=3,n=s |
वित्रस्तो | वित्रस् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
जनः | जन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
अथ | अथ | pos=i |
रक्षसः | रक्षस् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
निष्पपात | निष्पत् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
गृहाद् | गृह | pos=n,g=n,c=5,n=s |
राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
सह | सह | pos=i |
एव | एव | pos=i |
परिचारिभिः | परिचारिन् | pos=a,g=m,c=3,n=p |