महाभारतम् — 1.149.5
Original
Segmented
न तु एतत् अकुलीनासु न अधर्मिष्ठ विद्यते यद् ब्राह्मण-अर्थे विसृजेद् आत्मानम् अपि च आत्मजम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
तु | तु | pos=i |
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अकुलीनासु | अकुलीन | pos=a,g=f,c=7,n=p |
न | न | pos=i |
अधर्मिष्ठ | अधर्मिष्ठ | pos=a,g=f,c=7,n=p |
विद्यते | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
यद् | यत् | pos=i |
ब्राह्मण | ब्राह्मण | pos=n,comp=y |
अर्थे | अर्थ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
विसृजेद् | विसृज् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
आत्मानम् | आत्मन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
च | च | pos=i |
आत्मजम् | आत्मज | pos=n,g=m,c=2,n=s |