महाभारतम् — 1.146.5
Original
Segmented
तत् च तत्र कृतम् कर्म ते अपि इह सुख-आवहम् भवति अमुत्र च अक्षय्यम् लोके अस्मिन् च यशस्करम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
तत्र | तत्र | pos=i |
कृतम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
इह | इह | pos=i |
सुख | सुख | pos=n,comp=y |
आवहम् | आवह | pos=a,g=n,c=1,n=s |
भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
अमुत्र | अमुत्र | pos=i |
च | च | pos=i |
अक्षय्यम् | अक्षय्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
अस्मिन् | इदम् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
च | च | pos=i |
यशस्करम् | यशस्कर | pos=a,g=n,c=1,n=s |