Original

त्वरस्व भीम मा क्रीड जहि रक्षो विभीषणम् ।पुरा विकुरुते मायां भुजयोः सारमर्पय ॥ २३ ॥

Segmented

त्वरस्व भीम मा क्रीड जहि रक्षो विभीषणम् पुरा विकुरुते मायाम् भुजयोः सारम् अर्पय

Analysis

Word Lemma Parse
त्वरस्व त्वर् pos=v,p=2,n=s,l=lot
भीम भीम pos=n,g=m,c=8,n=s
मा मा pos=i
क्रीड क्रीड् pos=v,p=2,n=s,l=lot
जहि हा pos=v,p=2,n=s,l=lot
रक्षो रक्षस् pos=n,g=n,c=2,n=s
विभीषणम् विभीषण pos=a,g=n,c=2,n=s
पुरा पुरा pos=i
विकुरुते विकृ pos=v,p=3,n=s,l=lat
मायाम् माया pos=n,g=f,c=2,n=s
भुजयोः भुज pos=n,g=m,c=7,n=d
सारम् सार pos=n,g=n,c=2,n=s
अर्पय अर्पय् pos=v,p=2,n=s,l=lot