महाभारतम् — 1.14.7
Original
Segmented
वर-अतिसर्गम् श्रुत्वा एव कश्यपाद् उत्तमम् च ते हर्षाद् अप्रतिमाम् प्रीतिम् प्रापतुः स्म वर-स्त्रियौ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वर | वर | pos=n,comp=y |
अतिसर्गम् | अतिसर्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
एव | एव | pos=i |
कश्यपाद् | कश्यप | pos=n,g=m,c=5,n=s |
उत्तमम् | उत्तम | pos=a,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
ते | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=d |
हर्षाद् | हर्ष | pos=n,g=m,c=5,n=s |
अप्रतिमाम् | अप्रतिम | pos=a,g=f,c=2,n=s |
प्रीतिम् | प्रीति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
प्रापतुः | प्राप् | pos=v,p=3,n=d,l=lit |
स्म | स्म | pos=i |
वर | वर | pos=a,comp=y |
स्त्रियौ | स्त्री | pos=n,g=f,c=1,n=d |