Original

आक्रम्य मानुषं कण्ठमाच्छिद्य धमनीमपि ।उष्णं नवं प्रपास्यामि फेनिलं रुधिरं बहु ॥ ७ ॥

Segmented

आक्रम्य मानुषम् कण्ठम् आच्छिद्य धमनीम् अपि उष्णम् नवम् प्रपास्यामि फेनिलम् रुधिरम् बहु

Analysis

Word Lemma Parse
आक्रम्य आक्रम् pos=vi
मानुषम् मानुष pos=a,g=m,c=2,n=s
कण्ठम् कण्ठ pos=n,g=m,c=2,n=s
आच्छिद्य आच्छिद् pos=vi
धमनीम् धमनि pos=n,g=f,c=2,n=s
अपि अपि pos=i
उष्णम् उष्ण pos=a,g=n,c=2,n=s
नवम् नव pos=a,g=n,c=2,n=s
प्रपास्यामि प्रपा pos=v,p=1,n=s,l=lrt
फेनिलम् फेनिल pos=a,g=n,c=2,n=s
रुधिरम् रुधिर pos=n,g=n,c=2,n=s
बहु बहु pos=a,g=n,c=2,n=s