महाभारतम् — 1.139.6
Original
Segmented
अष्टौ दंष्ट्राः सु तीक्ष्ण-अग्राः चिरस्य आपात-दुःसहाः देहेषु मज्जयिष्यामि स्निग्धेषु पिशितेषु च
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अष्टौ | अष्टन् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
दंष्ट्राः | दंष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सु | सु | pos=i |
तीक्ष्ण | तीक्ष्ण | pos=a,comp=y |
अग्राः | अग्र | pos=n,g=m,c=1,n=p |
चिरस्य | चिरस्य | pos=i |
आपात | आपात | pos=n,comp=y |
दुःसहाः | दुःसह | pos=a,g=m,c=1,n=p |
देहेषु | देह | pos=n,g=m,c=7,n=p |
मज्जयिष्यामि | मज्जय् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
स्निग्धेषु | स्निग्ध | pos=a,g=n,c=7,n=p |
पिशितेषु | पिशित | pos=n,g=n,c=7,n=p |
च | च | pos=i |