महाभारतम् — 1.139.30
Original
Segmented
भीम उवाच सुख-सुप्तान् वने भ्रातॄन् मातरम् च एव राक्षसि न भयाद् बोधयिष्यामि भ्रातुः ते दुरात्मनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भीम | भीम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
सुख | सुख | pos=a,comp=y |
सुप्तान् | स्वप् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
वने | वन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
भ्रातॄन् | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
मातरम् | मातृ | pos=n,g=f,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
राक्षसि | राक्षसी | pos=n,g=f,c=8,n=s |
न | न | pos=i |
भयाद् | भय | pos=n,g=n,c=5,n=s |
बोधयिष्यामि | बोधय् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
भ्रातुः | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
दुरात्मनः | दुरात्मन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |