महाभारतम् — 1.135.8
Original
Segmented
शुचिम् आप्तम् प्रियम् च एव सदा च दृढ-भक्तिकम् न विद्यते कवेः किंचिद् अभिज्ञान-प्रयोजनम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शुचिम् | शुचि | pos=a,g=m,c=2,n=s |
आप्तम् | आप्त | pos=a,g=m,c=2,n=s |
प्रियम् | प्रिय | pos=a,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
सदा | सदा | pos=i |
च | च | pos=i |
दृढ | दृढ | pos=a,comp=y |
भक्तिकम् | भक्तिक | pos=a,g=m,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
विद्यते | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
कवेः | कवि | pos=n,g=m,c=6,n=s |
किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अभिज्ञान | अभिज्ञान | pos=n,comp=y |
प्रयोजनम् | प्रयोजन | pos=n,g=n,c=1,n=s |