महाभारतम् — 1.133.8
Original
Segmented
न हि पापम् अपाप-आत्मा रोचयिष्यति पाण्डवः भीमो वा बलिनाम् श्रेष्ठः कौन्तेयो वा धनंजयः कुत एव महा-प्राज्ञौ माद्री-पुत्रौ करिष्यतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
हि | हि | pos=i |
पापम् | पाप | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अपाप | अपाप | pos=a,comp=y |
आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
रोचयिष्यति | रोचय् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
पाण्डवः | पाण्डव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भीमो | भीम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वा | वा | pos=i |
बलिनाम् | बलिन् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
श्रेष्ठः | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
कौन्तेयो | कौन्तेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वा | वा | pos=i |
धनंजयः | धनंजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कुत | कुतस् | pos=i |
एव | एव | pos=i |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
प्राज्ञौ | प्राज्ञ | pos=a,g=m,c=1,n=d |
माद्री | माद्री | pos=n,comp=y |
पुत्रौ | पुत्र | pos=n,g=m,c=1,n=d |
करिष्यतः | कृ | pos=v,p=3,n=d,l=lrt |