Original

संरक्ष तात मन्त्रं च सपत्नांश्च ममोद्धर ।निपुणेनाभ्युपायेन यद्ब्रवीमि तथा कुरु ॥ ५ ॥

Segmented

संरक्ष तात मन्त्रम् च सपत्नाम् च मे उद्धर निपुणेन अभ्युपायेन यद् ब्रवीमि तथा कुरु

Analysis

Word Lemma Parse
संरक्ष संरक्ष् pos=v,p=2,n=s,l=lot
तात तात pos=n,g=m,c=8,n=s
मन्त्रम् मन्त्र pos=n,g=n,c=2,n=s
pos=i
सपत्नाम् सपत्न pos=n,g=m,c=2,n=p
pos=i
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
उद्धर उद्धृ pos=v,p=2,n=s,l=lot
निपुणेन निपुण pos=a,g=m,c=3,n=s
अभ्युपायेन अभ्युपाय pos=n,g=m,c=3,n=s
यद् यद् pos=n,g=n,c=2,n=s
ब्रवीमि ब्रू pos=v,p=1,n=s,l=lat
तथा तथा pos=i
कुरु कृ pos=v,p=2,n=s,l=lot