महाभारतम् — 1.125.18
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच तस्मिन् समुदिते रङ्गे कथंचित् पर्यवस्थिते दर्शयामास बीभत्सुः आचार्याद् अस्त्र-लाघवम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तस्मिन् | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
समुदिते | संवद् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
रङ्गे | रङ्ग | pos=n,g=m,c=7,n=s |
कथंचित् | कथंचिद् | pos=i |
पर्यवस्थिते | पर्यवस्था | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
दर्शयामास | दर्शय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
बीभत्सुः | बीभत्सु | pos=a,g=m,c=1,n=s |
आचार्याद् | आचार्य | pos=n,g=m,c=5,n=s |
अस्त्र | अस्त्र | pos=n,comp=y |
लाघवम् | लाघव | pos=n,g=n,c=2,n=s |