महाभारतम् — 1.125.17
Original
Segmented
धृतराष्ट्र उवाच धन्यो अस्मि अनुगृहीतः ऽस्मि रक्षितो ऽस्मि महामते पृथारणि-समुद्भूतैः त्रिभिः पाण्डव-वह्निभिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
धृतराष्ट्र | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
धन्यो | धन्य | pos=a,g=m,c=1,n=s |
अस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
अनुगृहीतः | अनुग्रह् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
रक्षितो | रक्ष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
महामते | महामति | pos=a,g=m,c=8,n=s |
पृथारणि | पृथारणि | pos=n,comp=y |
समुद्भूतैः | समुद्भू | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
त्रिभिः | त्रि | pos=n,g=m,c=3,n=p |
पाण्डव | पाण्डव | pos=n,comp=y |
वह्निभिः | वह्नि | pos=n,g=m,c=3,n=p |