महाभारतम् — 1.123.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच अर्जुनः तु परम् यत्नम् आतस्थे गुरु-पूजने अस्त्रे च परमम् योगम् प्रियो द्रोणस्य च अभवत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
अर्जुनः | अर्जुन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
परम् | पर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
यत्नम् | यत्न | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आतस्थे | आस्था | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
गुरु | गुरु | pos=n,comp=y |
पूजने | पूजन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
अस्त्रे | अस्त्र | pos=n,g=n,c=7,n=s |
च | च | pos=i |
परमम् | परम | pos=a,g=m,c=2,n=s |
योगम् | योग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रियो | प्रिय | pos=a,g=m,c=1,n=s |
द्रोणस्य | द्रोण | pos=n,g=m,c=6,n=s |
च | च | pos=i |
अभवत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |