महाभारतम् — 1.122.4
Original
Segmented
सौहृदानि अपि जीर्यन्ते कालेन परिजीर्यताम् सौहृदम् मे त्वया हि आसीत् पूर्वम् सामर्थ्य-बन्धनम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सौहृदानि | सौहृद | pos=n,g=n,c=1,n=p |
अपि | अपि | pos=i |
जीर्यन्ते | जृ | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
कालेन | काल | pos=n,g=m,c=3,n=s |
परिजीर्यताम् | परिजृ | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
सौहृदम् | सौहृद | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
हि | हि | pos=i |
आसीत् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
पूर्वम् | पूर्वम् | pos=i |
सामर्थ्य | सामर्थ्य | pos=n,comp=y |
बन्धनम् | बन्धन | pos=n,g=n,c=1,n=s |