महाभारतम् — 1.122.31
Original
Segmented
एवम् उक्तः प्रवव्राज कृतास्त्रो ऽहम् धन-ईप्सया अभिषिक्तम् च श्रुत्वा एनम् कृतार्थो अस्मि इति चिन्तयन्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एवम् | एवम् | pos=i |
उक्तः | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
प्रवव्राज | प्रव्रज् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
कृतास्त्रो | कृतास्त्र | pos=a,g=m,c=1,n=s |
ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
धन | धन | pos=n,comp=y |
ईप्सया | ईप्सा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
अभिषिक्तम् | अभिषिच् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
एनम् | एनद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
कृतार्थो | कृतार्थ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
अस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
इति | इति | pos=i |
चिन्तयन् | चिन्तय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |