महाभारतम् — 1.117.23
Original
Segmented
पुरुहूताद् अयम् जज्ञे कुन्त्याम् सत्य-पराक्रमः यस्य कीर्तिः महा-इष्वासान् सर्वान् अभिभविष्यति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पुरुहूताद् | पुरुहूत | pos=n,g=m,c=5,n=s |
अयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
जज्ञे | जन् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
कुन्त्याम् | कुन्ती | pos=n,g=f,c=7,n=s |
सत्य | सत्य | pos=a,comp=y |
पराक्रमः | पराक्रम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
कीर्तिः | कीर्ति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
इष्वासान् | इष्वास | pos=n,g=m,c=2,n=p |
सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अभिभविष्यति | अभिभू | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |