Original

छायेवानपगा राजन्सततं वशवर्तिनी ।भविष्यामि नरव्याघ्र नित्यं प्रियहिते रता ॥ २३ ॥

Segmented

छाया इव अनपगा राजन् सततम् वश-वर्तिनी भविष्यामि नर-व्याघ्र नित्यम् प्रिय-हिते रता

Analysis

Word Lemma Parse
छाया छाया pos=n,g=f,c=1,n=s
इव इव pos=i
अनपगा अनपग pos=a,g=f,c=1,n=s
राजन् राजन् pos=n,g=m,c=8,n=s
सततम् सततम् pos=i
वश वश pos=n,comp=y
वर्तिनी वर्तिन् pos=a,g=f,c=1,n=s
भविष्यामि भू pos=v,p=1,n=s,l=lrt
नर नर pos=n,comp=y
व्याघ्र व्याघ्र pos=n,g=m,c=8,n=s
नित्यम् नित्यम् pos=i
प्रिय प्रिय pos=n,comp=y
हिते हित pos=n,g=n,c=7,n=s
रता रम् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part