महाभारतम् — 1.110.26
Original
Segmented
अन्ये ऽपि हि आश्रमाः सन्ति ये शक्या भरत-ऋषभ आवाभ्याम् धर्म-पत्नीभ्याम् सह तप्त्वा तपो महत् त्वम् एव भविता सार्थः स्वर्गस्य अपि न संशयः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अन्ये | अन्य | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ऽपि | अपि | pos=i |
हि | हि | pos=i |
आश्रमाः | आश्रम | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सन्ति | अस् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
शक्या | शक्य | pos=a,g=m,c=1,n=p |
भरत | भरत | pos=n,comp=y |
ऋषभ | ऋषभ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
आवाभ्याम् | मद् | pos=n,g=,c=3,n=d |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
पत्नीभ्याम् | पत्नी | pos=n,g=f,c=3,n=d |
सह | सह | pos=i |
तप्त्वा | तप् | pos=vi |
तपो | तपस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
महत् | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
एव | एव | pos=i |
भविता | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
सार्थः | सार्थ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
स्वर्गस्य | स्वर्ग | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
न | न | pos=i |
संशयः | संशय | pos=n,g=m,c=1,n=s |