Original

अहिंसा सत्यवचनं क्षमा चेति विनिश्चितम् ।ब्राह्मणस्य परो धर्मो वेदानां धरणादपि ॥ १४ ॥

Segmented

अहिंसा सत्य-वचनम् क्षमा च इति विनिश्चितम् ब्राह्मणस्य परो धर्मो वेदानाम् धरणाद् अपि

Analysis

Word Lemma Parse
अहिंसा अहिंसा pos=n,g=f,c=1,n=s
सत्य सत्य pos=n,comp=y
वचनम् वचन pos=n,g=n,c=1,n=s
क्षमा क्षमा pos=n,g=f,c=1,n=s
pos=i
इति इति pos=i
विनिश्चितम् विनिश्चि pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
ब्राह्मणस्य ब्राह्मण pos=n,g=m,c=6,n=s
परो पर pos=n,g=m,c=1,n=s
धर्मो धर्म pos=n,g=m,c=1,n=s
वेदानाम् वेद pos=n,g=m,c=6,n=p
धरणाद् धरण pos=n,g=n,c=5,n=s
अपि अपि pos=i