Original

किं कृतं ते नरश्रेष्ठ निघ्नतो मामनागसम् ।मुनिं मूलफलाहारं मृगवेषधरं नृप ।वसमानमरण्येषु नित्यं शमपरायणम् ॥ २४ ॥

Segmented

किम् कृतम् ते नर-श्रेष्ठ निघ्नतो माम् अनागसम् मुनिम् मूल-फल-आहारम् मृग-वेष-धरम् नृप वसमानम् अरण्येषु नित्यम् शम-परायणम्

Analysis

Word Lemma Parse
किम् pos=n,g=n,c=1,n=s
कृतम् कृ pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
ते त्वद् pos=n,g=,c=6,n=s
नर नर pos=n,comp=y
श्रेष्ठ श्रेष्ठ pos=a,g=m,c=8,n=s
निघ्नतो निहन् pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part
माम् मद् pos=n,g=,c=2,n=s
अनागसम् अनागस् pos=a,g=m,c=2,n=s
मुनिम् मुनि pos=n,g=m,c=2,n=s
मूल मूल pos=n,comp=y
फल फल pos=n,comp=y
आहारम् आहार pos=n,g=m,c=2,n=s
मृग मृग pos=n,comp=y
वेष वेष pos=n,comp=y
धरम् धर pos=a,g=m,c=2,n=s
नृप नृप pos=n,g=m,c=8,n=s
वसमानम् वस् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
अरण्येषु अरण्य pos=n,g=n,c=7,n=p
नित्यम् नित्यम् pos=i
शम शम pos=n,comp=y
परायणम् परायण pos=n,g=m,c=2,n=s