महाभारतम् — 1.109.17
Original
Segmented
पाण्डुः उवाच प्रमत्तम् अप्रमत्तम् वा विवृतम् घ्नन्ति च ओजसा उपायैः इषुभिः तीक्ष्णैः कस्मान् मृग विगर्हसे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पाण्डुः | पाण्डु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
प्रमत्तम् | प्रमद् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
अप्रमत्तम् | अप्रमत्त | pos=a,g=m,c=2,n=s |
वा | वा | pos=i |
विवृतम् | विवृ | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
घ्नन्ति | हन् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
च | च | pos=i |
ओजसा | ओजस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
उपायैः | उपाय | pos=n,g=m,c=3,n=p |
इषुभिः | इषु | pos=n,g=m,c=3,n=p |
तीक्ष्णैः | तीक्ष्ण | pos=a,g=m,c=3,n=p |
कस्मान् | क | pos=n,g=n,c=5,n=s |
मृग | मृग | pos=n,g=m,c=8,n=s |
विगर्हसे | विगर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |