महाभारतम् — 1.106.2
Original
Segmented
विदुराय च वै पाण्डुः प्रेषयामास तद् धनम् सुहृदः च अपि धर्म-आत्मा धनेन समतर्पयत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विदुराय | विदुर | pos=n,g=m,c=4,n=s |
च | च | pos=i |
वै | वै | pos=i |
पाण्डुः | पाण्डु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रेषयामास | प्रेषय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
धनम् | धन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
सुहृदः | सुहृद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
धनेन | धन | pos=n,g=n,c=3,n=s |
समतर्पयत् | संतर्पय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |