महाभारतम् — 1.103.4
Original
Segmented
वर्धते तद् इदम् पुत्र कुलम् सागर-वत् यथा तथा मया विधातव्यम् त्वया च एव विशेषतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वर्धते | वृध् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
पुत्र | पुत्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
कुलम् | कुल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
सागर | सागर | pos=n,comp=y |
वत् | वत् | pos=i |
यथा | यथा | pos=i |
तथा | तथा | pos=i |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
विधातव्यम् | विधा | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
विशेषतः | विशेषतः | pos=i |