महाभारतम् — 1.102.8
Original
Segmented
तन् महोदधि-वत् पूर्णम् नगरम् वै व्यरोचत द्वार-तोरण-निर्यूहैः युक्तम् अभ्र-चय-उपमैः प्रासाद-शत-संबाधम् महा-इन्द्र-पुर-संनिभम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तन् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
महोदधि | महोदधि | pos=n,comp=y |
वत् | वत् | pos=i |
पूर्णम् | पृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
नगरम् | नगर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
वै | वै | pos=i |
व्यरोचत | विरुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
द्वार | द्वार | pos=n,comp=y |
तोरण | तोरण | pos=n,comp=y |
निर्यूहैः | निर्यूह | pos=n,g=n,c=3,n=p |
युक्तम् | युज् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
अभ्र | अभ्र | pos=n,comp=y |
चय | चय | pos=n,comp=y |
उपमैः | उपम | pos=a,g=n,c=3,n=p |
प्रासाद | प्रासाद | pos=n,comp=y |
शत | शत | pos=n,comp=y |
संबाधम् | सम्बाध | pos=n,g=n,c=1,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
इन्द्र | इन्द्र | pos=n,comp=y |
पुर | पुर | pos=n,comp=y |
संनिभम् | संनिभ | pos=a,g=n,c=1,n=s |