Original

प्रनष्टं शंतनोर्वंशं समीक्ष्य पुनरुद्धृतम् ।ततो निर्वचनं लोके सर्वराष्ट्रेष्ववर्तत ॥ २१ ॥

Segmented

प्रनष्टम् शंतनोः वंशम् समीक्ष्य पुनः उद्धृतम् ततो निर्वचनम् लोके सर्व-राष्ट्रेषु अवर्तत

Analysis

Word Lemma Parse
प्रनष्टम् प्रणश् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
शंतनोः शंतनु pos=n,g=m,c=6,n=s
वंशम् वंश pos=n,g=m,c=2,n=s
समीक्ष्य समीक्ष् pos=vi
पुनः पुनर् pos=i
उद्धृतम् उद्धृ pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
ततो ततस् pos=i
निर्वचनम् निर्वचन pos=n,g=n,c=1,n=s
लोके लोक pos=n,g=m,c=7,n=s
सर्व सर्व pos=n,comp=y
राष्ट्रेषु राष्ट्र pos=n,g=n,c=7,n=p
अवर्तत वृत् pos=v,p=3,n=s,l=lan