Original

अवतार्य च शूलाग्रात्तच्छूलं निश्चकर्ष ह ।अशक्नुवंश्च निष्क्रष्टुं शूलं मूले स चिच्छिदे ॥ २० ॥

Segmented

अवतार्य च शूल-अग्रात् तत् शूलम् निश्चकर्ष ह अशक्नुवत् च निष्क्रष्टुम् शूलम् मूले स चिच्छिदे

Analysis

Word Lemma Parse
अवतार्य अवतारय् pos=vi
pos=i
शूल शूल pos=n,comp=y
अग्रात् अग्र pos=n,g=n,c=5,n=s
तत् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
शूलम् शूल pos=n,g=n,c=2,n=s
निश्चकर्ष निष्कृष् pos=v,p=3,n=s,l=lit
pos=i
अशक्नुवत् अशक्नुवत् pos=a,g=m,c=1,n=s
pos=i
निष्क्रष्टुम् निष्कृष् pos=vi
शूलम् शूल pos=n,g=n,c=2,n=s
मूले मूल pos=n,g=n,c=7,n=s
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
चिच्छिदे छिद् pos=v,p=3,n=s,l=lit