महाभारतम् — 1.101.15
Original
Segmented
ते रात्रौ शकुना भूत्वा संन्यवर्तन्त सर्वतः दर्शयन्तो यथाशक्ति तम् अपृच्छन् द्विजोत्तमम् श्रोतुम् इच्छामहे ब्रह्मन् किम् पापम् कृतवान् असि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
रात्रौ | रात्रि | pos=n,g=f,c=7,n=s |
शकुना | शकुन | pos=n,g=m,c=1,n=p |
भूत्वा | भू | pos=vi |
संन्यवर्तन्त | संनिवृत् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
सर्वतः | सर्वतस् | pos=i |
दर्शयन्तो | दर्शय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
यथाशक्ति | यथाशक्ति | pos=i |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अपृच्छन् | प्रच्छ् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
द्विजोत्तमम् | द्विजोत्तम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
श्रोतुम् | श्रु | pos=vi |
इच्छामहे | इष् | pos=v,p=1,n=p,l=lat |
ब्रह्मन् | ब्रह्मन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
पापम् | पाप | pos=n,g=n,c=2,n=s |
कृतवान् | कृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
असि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |