महाभारतम् — 1.101.1
Original
Segmented
जनमेजय उवाच किम् कृतम् कर्म धर्मेण येन शापम् उपेयिवान् कस्य शापात् च ब्रह्मर्षे शूद्र-योनौ अजायत
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
जनमेजय | जनमेजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
कृतम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
धर्मेण | धर्म | pos=n,g=m,c=3,n=s |
येन | यद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
शापम् | शाप | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उपेयिवान् | उपे | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
कस्य | क | pos=n,g=m,c=6,n=s |
शापात् | शाप | pos=n,g=m,c=5,n=s |
च | च | pos=i |
ब्रह्मर्षे | ब्रह्मर्षि | pos=n,g=m,c=8,n=s |
शूद्र | शूद्र | pos=n,comp=y |
योनौ | योनि | pos=n,g=m,c=7,n=s |
अजायत | जन् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |