Original

विस्तीर्यैतन्महज्ज्ञानमृषिः संक्षेपमब्रवीत् ।इष्टं हि विदुषां लोके समासव्यासधारणम् ॥ ४९ ॥

Segmented

विस्तीर्य एतत् महत् ज्ञानम् ऋषिः संक्षेपम् अब्रवीत् इष्टम् हि विदुषाम् लोके समास-व्यास-धारणम्

Analysis

Word Lemma Parse
विस्तीर्य विस्तृ pos=vi
एतत् एतद् pos=n,g=n,c=2,n=s
महत् महत् pos=a,g=n,c=2,n=s
ज्ञानम् ज्ञान pos=n,g=n,c=2,n=s
ऋषिः ऋषि pos=n,g=m,c=1,n=s
संक्षेपम् संक्षेप pos=n,g=m,c=2,n=s
अब्रवीत् ब्रू pos=v,p=3,n=s,l=lan
इष्टम् इष् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
हि हि pos=i
विदुषाम् विद्वस् pos=a,g=m,c=6,n=p
लोके लोक pos=n,g=m,c=7,n=s
समास समास pos=n,comp=y
व्यास व्यास pos=n,comp=y
धारणम् धारण pos=n,g=n,c=1,n=s