महाभारतम् — 1.1.150
Original
Segmented
यदा अश्रौषम् श्रान्तम् एकम् शयानम् ह्रदम् गत्वा स्तम्भयित्वा तद् अम्भः दुर्योधनम् विरथम् भग्न-दर्पम् तदा न आशंसे विजयाय संजय
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यदा | यदा | pos=i |
अश्रौषम् | श्रु | pos=v,p=1,n=s,l=lun |
श्रान्तम् | श्रम् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
एकम् | एक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
शयानम् | शी | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
ह्रदम् | ह्रद | pos=n,g=m,c=2,n=s |
गत्वा | गम् | pos=vi |
स्तम्भयित्वा | स्तम्भय् | pos=vi |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अम्भः | अम्भस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
दुर्योधनम् | दुर्योधन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
विरथम् | विरथ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
भग्न | भञ्ज् | pos=va,comp=y,f=part |
दर्पम् | दर्प | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
न | न | pos=i |
आशंसे | आशंस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
विजयाय | विजय | pos=n,g=m,c=4,n=s |
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=8,n=s |