महाभारतम् — 1.1.137
Original
Segmented
यदा अश्रौषम् वाहनेषु आश्वस् रथोपस्थे तिष्ठता गाण्डिवेन सर्वान् योधान् वारितान् अर्जुनेन तदा न आशंसे विजयाय संजय
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यदा | यदा | pos=i |
अश्रौषम् | श्रु | pos=v,p=1,n=s,l=lun |
वाहनेषु | वाहन | pos=n,g=n,c=7,n=p |
आश्वस् | आश्वस् | pos=va,g=n,c=7,n=p,f=part |
रथोपस्थे | रथोपस्थ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
तिष्ठता | स्था | pos=va,g=n,c=3,n=s,f=part |
गाण्डिवेन | गाण्डिव | pos=n,g=n,c=3,n=s |
सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
योधान् | योध | pos=n,g=m,c=2,n=p |
वारितान् | वारय् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
अर्जुनेन | अर्जुन | pos=n,g=m,c=3,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
न | न | pos=i |
आशंसे | आशंस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
विजयाय | विजय | pos=n,g=m,c=4,n=s |
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=8,n=s |