महाभारतम् — 1.1.124
Original
Segmented
यदा अश्रौषम् कश्मलेन अभिपन्ने रथोपस्थे सीदमाने ऽर्जुने वै कृष्णम् लोकान् दर्शयानम् शरीरे तदा न आशंसे विजयाय संजय
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यदा | यदा | pos=i |
अश्रौषम् | श्रु | pos=v,p=1,n=s,l=lun |
कश्मलेन | कश्मल | pos=n,g=m,c=3,n=s |
अभिपन्ने | अभिपद् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
रथोपस्थे | रथोपस्थ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
सीदमाने | सद् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
ऽर्जुने | अर्जुन | pos=n,g=m,c=7,n=s |
वै | वै | pos=i |
कृष्णम् | कृष्ण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
लोकान् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=p |
दर्शयानम् | दर्शय् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
शरीरे | शरीर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
न | न | pos=i |
आशंसे | आशंस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
विजयाय | विजय | pos=n,g=m,c=4,n=s |
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=8,n=s |