महाभारतम् — 1.1.119
Original
Segmented
यदा अश्रौषम् कर्ण-दुर्योधनाभ्याम् बुद्धिम् कृताम् निग्रहे केशवस्य तम् च आत्मानम् बहुधा दर्शयानम् तदा न आशंसे विजयाय संजय
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यदा | यदा | pos=i |
अश्रौषम् | श्रु | pos=v,p=1,n=s,l=lun |
कर्ण | कर्ण | pos=n,comp=y |
दुर्योधनाभ्याम् | दुर्योधन | pos=n,g=m,c=3,n=d |
बुद्धिम् | बुद्धि | pos=n,g=f,c=2,n=s |
कृताम् | कृ | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
निग्रहे | निग्रह | pos=n,g=m,c=7,n=s |
केशवस्य | केशव | pos=n,g=m,c=6,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
आत्मानम् | आत्मन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
बहुधा | बहुधा | pos=i |
दर्शयानम् | दर्शय् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
तदा | तदा | pos=i |
न | न | pos=i |
आशंसे | आशंस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
विजयाय | विजय | pos=n,g=m,c=4,n=s |
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=8,n=s |