महाभारतम् — 1.1.113
Original
Segmented
यदा अश्रौषम् यक्ष-रूपेण धर्मम् समागतम् धर्मराजेन सूत प्रश्नान् उक्तान् विब्रुवन्तम् च सम्यक् तदा न आशंसे विजयाय संजय
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यदा | यदा | pos=i |
अश्रौषम् | श्रु | pos=v,p=1,n=s,l=lun |
यक्ष | यक्ष | pos=n,comp=y |
रूपेण | रूप | pos=n,g=n,c=3,n=s |
धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
समागतम् | समागम् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
धर्मराजेन | धर्मराज | pos=n,g=m,c=3,n=s |
सूत | सूत | pos=n,g=m,c=8,n=s |
प्रश्नान् | प्रश्न | pos=n,g=m,c=2,n=p |
उक्तान् | वच् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
विब्रुवन्तम् | विब्रू | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
सम्यक् | सम्यक् | pos=i |
तदा | तदा | pos=i |
न | न | pos=i |
आशंसे | आशंस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
विजयाय | विजय | pos=n,g=m,c=4,n=s |
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=8,n=s |