महाभारतम् — 1.1.106
Original
Segmented
यदा अश्रौषम् द्रौपदीम् अश्रु-कण्ठीम् सभाम् नीताम् दुःखिताम् एक-वस्त्राम् रजस्वलाम् नाथवतीम् अनाथ-वत् तदा न आशंसे विजयाय संजय
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यदा | यदा | pos=i |
अश्रौषम् | श्रु | pos=v,p=1,n=s,l=lun |
द्रौपदीम् | द्रौपदी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अश्रु | अश्रु | pos=n,comp=y |
कण्ठीम् | कण्ठी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
सभाम् | सभा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
नीताम् | नी | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
दुःखिताम् | दुःखित | pos=a,g=f,c=2,n=s |
एक | एक | pos=n,comp=y |
वस्त्राम् | वस्त्र | pos=n,g=f,c=2,n=s |
रजस्वलाम् | रजस्वला | pos=n,g=f,c=2,n=s |
नाथवतीम् | नाथवत् | pos=a,g=f,c=2,n=s |
अनाथ | अनाथ | pos=a,comp=y |
वत् | वत् | pos=i |
तदा | तदा | pos=i |
न | न | pos=i |
आशंसे | आशंस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
विजयाय | विजय | pos=n,g=m,c=4,n=s |
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=8,n=s |