कुमारसम्भवम् — 8.59
Original
Segmented
मन्दर-अन्तरि-मूर्तिना निशा लक्ष्यते शशभृता स तारका त्वम् मया प्रिय-सखि-समागता श्रु इव वचनानि पृष्ठतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मन्दर | मन्दर | pos=n,comp=y |
अन्तरि | अन्तरि | pos=va,comp=y,f=part |
मूर्तिना | मूर्ति | pos=n,g=m,c=3,n=s |
निशा | निशा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
लक्ष्यते | लक्षय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
शशभृता | शशभृत् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
स | स | pos=i |
तारका | तारका | pos=n,g=f,c=1,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
सखि | सखी | pos=n,comp=y |
समागता | समागम् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
श्रु | श्रु | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |
इव | इव | pos=i |
वचनानि | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=p |
पृष्ठतः | पृष्ठतस् | pos=i |