कुमारसम्भवम् — 8.10
Original
Segmented
रात्रि-वृत्तम् अनुयोक्तुम् उद्यतम् सा विभात-समये सखि-जनम् न अकरोत् अपकुतूहलम् ह्रिया शंसितुम् च हृदयेन तत्वरे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
रात्रि | रात्रि | pos=n,comp=y |
वृत्तम् | वृत्त | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अनुयोक्तुम् | अनुयुज् | pos=vi |
उद्यतम् | उद्यम् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
विभात | विभात | pos=n,comp=y |
समये | समय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
सखि | सखी | pos=n,comp=y |
जनम् | जन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
अकरोत् | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
अपकुतूहलम् | अपकुतूहल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
ह्रिया | ह्री | pos=n,g=f,c=3,n=s |
शंसितुम् | शंस् | pos=vi |
च | च | pos=i |
हृदयेन | हृदय | pos=n,g=n,c=3,n=s |
तत्वरे | त्वर् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |