कुमारसम्भवम् — 6.71
Original
Segmented
तिर्यग् ऊर्ध्वम् अधस्ताच् च व्यापको महिमा हरेः त्रिविक्रम-उद्यतस्य आसीत् स च स्वाभाविकस् तव
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तिर्यग् | तिर्यञ्च् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
ऊर्ध्वम् | ऊर्ध्वम् | pos=i |
अधस्ताच् | अधस्तात् | pos=i |
च | च | pos=i |
व्यापको | व्यापक | pos=a,g=m,c=1,n=s |
महिमा | महिमन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हरेः | हरि | pos=n,g=m,c=6,n=s |
त्रिविक्रम | त्रिविक्रम | pos=n,comp=y |
उद्यतस्य | उद्यम् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
आसीत् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
स्वाभाविकस् | स्वाभाविक | pos=a,g=m,c=1,n=s |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |