Original

गगनाद् अवतीर्णा सा यथावृद्धपुरस्सरा ।तोयान्तर् भास्करालीव रेजे मुनिपरम्परा ॥

Segmented

गगनाद् अवतीर्णा सा यथा वृद्ध-पुरःसरा तोय-अन्तः भास्करालीव मुनि-परम्परा

Analysis

Word Lemma Parse
गगनाद् गगन pos=n,g=n,c=5,n=s
अवतीर्णा अवतृ pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
सा तद् pos=n,g=f,c=1,n=s
यथा यथा pos=i
वृद्ध वृद्ध pos=a,comp=y
पुरःसरा पुरःसर pos=a,g=f,c=1,n=s
तोय तोय pos=n,comp=y
अन्तः अन्तर् pos=i
भास्करालीव राज् pos=v,p=3,n=s,l=lit
मुनि मुनि pos=n,comp=y
परम्परा परम्परा pos=n,g=f,c=1,n=s