कुमारसम्भवम् — 6.15
Original
Segmented
अथ ते मुनयः सर्वे मानयित्वा जगद्गुरुम् इदम् ऊचुः अनूचानाः प्रीति-कण्टकित-त्वच्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अथ | अथ | pos=i |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
मुनयः | मुनि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
मानयित्वा | मानय् | pos=vi |
जगद्गुरुम् | जगद्गुरु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
ऊचुः | वच् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
अनूचानाः | अनूचान | pos=a,g=m,c=1,n=p |
प्रीति | प्रीति | pos=n,comp=y |
कण्टकित | कण्टकित | pos=a,comp=y |
त्वच् | त्वच् | pos=n,g=m,c=1,n=p |