कुमारसम्भवम् — 5.79
Original
Segmented
तद्-अङ्ग-संसर्गम् अवाप्य कल्पते ध्रुवम् चिता-भस्म-रजः विशुद्धये तथा हि नृत्य-अभिनय-क्रिया-च्युतम् विलिप्यते मौलिभिः अम्बरौकसाम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तद् | तद् | pos=n,comp=y |
अङ्ग | अङ्ग | pos=n,comp=y |
संसर्गम् | संसर्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अवाप्य | अवाप् | pos=vi |
कल्पते | क्ᄆप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
ध्रुवम् | ध्रुवम् | pos=i |
चिता | चिता | pos=n,comp=y |
भस्म | भस्मन् | pos=n,comp=y |
रजः | रजस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
विशुद्धये | विशुद्धि | pos=n,g=f,c=4,n=s |
तथा | तथा | pos=i |
हि | हि | pos=i |
नृत्य | नृत्य | pos=n,comp=y |
अभिनय | अभिनय | pos=n,comp=y |
क्रिया | क्रिया | pos=n,comp=y |
च्युतम् | च्यु | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
विलिप्यते | विलिप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
मौलिभिः | मौलि | pos=n,g=m,c=3,n=p |
अम्बरौकसाम् | अम्बरौकस् | pos=n,g=m,c=6,n=p |