कुमारसम्भवम् — 5.67
Original
Segmented
त्वम् एव तावत् परिचिन्तय स्वयम् कदाचिद् एते यदि योगम् अर्हतः वधू-दुकूलम् कलहंस-लक्षणम् गज-अजिनम् शोणित-बिन्दु-वर्षिन् च
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
एव | एव | pos=i |
तावत् | तावत् | pos=i |
परिचिन्तय | परिचिन्तय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
स्वयम् | स्वयम् | pos=i |
कदाचिद् | कदाचिद् | pos=i |
एते | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=d |
यदि | यदि | pos=i |
योगम् | योग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अर्हतः | अर्ह् | pos=v,p=3,n=d,l=lat |
वधू | वधू | pos=n,comp=y |
दुकूलम् | दुकूल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
कलहंस | कलहंस | pos=n,comp=y |
लक्षणम् | लक्षण | pos=n,g=n,c=1,n=s |
गज | गज | pos=n,comp=y |
अजिनम् | अजिन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
शोणित | शोणित | pos=n,comp=y |
बिन्दु | बिन्दु | pos=n,comp=y |
वर्षिन् | वर्षिन् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
च | च | pos=i |