कुमारसम्भवम् — 5.28
Original
Segmented
स्वयम् विशीर्ण-द्रुम-पर्ण-वृत्ति-ता परा हि काष्ठा तपसस् तया पुनः तद् अप्य् अपाकीर्णम् अतः प्रियंवदाम् वदन्त्य् अपर्णा इति च ताम् पुराविदः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स्वयम् | स्वयम् | pos=i |
विशीर्ण | विशृ | pos=va,comp=y,f=part |
द्रुम | द्रुम | pos=n,comp=y |
पर्ण | पर्ण | pos=n,comp=y |
वृत्ति | वृत्ति | pos=n,comp=y |
ता | ता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
परा | पर | pos=n,g=f,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
काष्ठा | काष्ठा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
तपसस् | तपस् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
तया | तद् | pos=n,g=f,c=3,n=s |
पुनः | पुनर् | pos=i |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अप्य् | अपि | pos=i |
अपाकीर्णम् | अपाकृ | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
अतः | अतस् | pos=i |
प्रियंवदाम् | प्रियंवद | pos=a,g=f,c=2,n=s |
वदन्त्य् | वद् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
अपर्णा | अपर्णा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
च | च | pos=i |
ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
पुराविदः | पुराविद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |