कुमारसम्भवम् — 5.13
Original
Segmented
पुनः ग्रहीतुम् नियम-स्थया तया द्वये ऽपि निक्षेप इव अर्पितम् द्वयम् लतासु तन्वीषु विलास-चेष्टितम् विलोल-दृष्टम् हरिण-अङ्गनासु च
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पुनः | पुनर् | pos=i |
ग्रहीतुम् | ग्रह् | pos=vi |
नियम | नियम | pos=n,comp=y |
स्थया | स्थ | pos=a,g=f,c=3,n=s |
तया | तद् | pos=n,g=f,c=3,n=s |
द्वये | द्वय | pos=n,g=n,c=7,n=s |
ऽपि | अपि | pos=i |
निक्षेप | निक्षेप | pos=n,g=m,c=7,n=s |
इव | इव | pos=i |
अर्पितम् | अर्पय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
द्वयम् | द्वय | pos=n,g=n,c=1,n=s |
लतासु | लता | pos=n,g=f,c=7,n=p |
तन्वीषु | तनु | pos=a,g=f,c=7,n=p |
विलास | विलास | pos=n,comp=y |
चेष्टितम् | चेष्ट् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
विलोल | विलोल | pos=a,comp=y |
दृष्टम् | दृश् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
हरिण | हरिण | pos=n,comp=y |
अङ्गनासु | अङ्गना | pos=n,g=f,c=7,n=p |
च | च | pos=i |