Original

अयि संप्रति देहि दर्शनं स्मर पर्युत्सुक एष माधवः ।दयितास्व् अनवस्थितं नृणां न खलु प्रेम चलं सुहृज्जने ॥

Segmented

अयि संप्रति देहि दर्शनम् स्मर पर्युत्सुक एष माधवः दयितास्व् अनवस्थितम् नृणाम् न खलु प्रेम चलम् सुहृद्-जने

Analysis

Word Lemma Parse
अयि अयि pos=i
संप्रति सम्प्रति pos=i
देहि दा pos=v,p=2,n=s,l=lot
दर्शनम् दर्शन pos=n,g=n,c=2,n=s
स्मर स्मर pos=n,g=m,c=8,n=s
पर्युत्सुक पर्युत्सुक pos=a,g=m,c=1,n=s
एष एतद् pos=n,g=m,c=1,n=s
माधवः माधव pos=n,g=m,c=1,n=s
दयितास्व् दयिता pos=n,g=f,c=7,n=p
अनवस्थितम् अनवस्थित pos=a,g=n,c=1,n=s
नृणाम् नृ pos=n,g=,c=6,n=p
pos=i
खलु खलु pos=i
प्रेम प्रेमन् pos=n,g=n,c=1,n=s
चलम् चल pos=a,g=n,c=1,n=s
सुहृद् सुहृद् pos=n,comp=y
जने जन pos=n,g=m,c=7,n=s