कुमारसम्भवम् — 4.23
Original
Segmented
ऋजु-ताम् नयतः स्मरामि ते शरम् उत्सङ्ग-निषण्ण-धन्वनः मधुना सह स स्मितम् कथाम् नयन-उपान्त-विलोकितम् च यत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ऋजु | ऋजु | pos=a,comp=y |
ताम् | ता | pos=n,g=f,c=2,n=s |
नयतः | नी | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
स्मरामि | स्मृ | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
शरम् | शर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उत्सङ्ग | उत्सङ्ग | pos=n,comp=y |
निषण्ण | निषद् | pos=va,comp=y,f=part |
धन्वनः | धन्वन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
मधुना | मधु | pos=n,g=m,c=3,n=s |
सह | सह | pos=i |
स | स | pos=i |
स्मितम् | स्मित | pos=n,g=n,c=2,n=s |
कथाम् | कथा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
नयन | नयन | pos=n,comp=y |
उपान्त | उपान्त | pos=n,comp=y |
विलोकितम् | विलोकय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |