Original

दृष्टिप्रपातं परिहृत्य तस्य कामः पुरःशुक्रम् इव प्रयाणे ।प्रान्तेषु संसक्तनमेरुशाखं ध्यानास्पदं भूतपतेर् विवेश ॥

Segmented

दृष्टि-प्रपातम् परिहृत्य तस्य कामः पुरस् शुक्रम् इव प्रयाणे प्रान्तेषु संसक्त-नमेरु-शाखम् ध्यान-आस्पदम् भूतपतेः विवेश

Analysis

Word Lemma Parse
दृष्टि दृष्टि pos=n,comp=y
प्रपातम् प्रपात pos=n,g=m,c=2,n=s
परिहृत्य परिहृ pos=vi
तस्य तद् pos=n,g=m,c=6,n=s
कामः काम pos=n,g=m,c=1,n=s
पुरस् पुरस् pos=i
शुक्रम् शुक्र pos=n,g=n,c=2,n=s
इव इव pos=i
प्रयाणे प्रयाण pos=n,g=n,c=7,n=s
प्रान्तेषु प्रान्त pos=n,g=m,c=7,n=p
संसक्त संसञ्ज् pos=va,comp=y,f=part
नमेरु नमेरु pos=n,comp=y
शाखम् शाखा pos=n,g=n,c=2,n=s
ध्यान ध्यान pos=n,comp=y
आस्पदम् आस्पद pos=n,g=n,c=2,n=s
भूतपतेः भूतपति pos=n,g=m,c=6,n=s
विवेश विश् pos=v,p=3,n=s,l=lit